डिलीवरी के बाद मां के लिए बेहद ज़रूरी हैं ड्राईफ्रट के लड्डू, जानें इसकी खास रेसिपी

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प्रेग्नेंसी का सफर हर महिला के लिए कई तरह के बदलाव लेकर आता है। पूरे नौ महीनों के दौरान मां को अच्छा आहार लेना बहुत महत्वपूर्ण होता है। लेकिन, मां की डाइट प्रेग्नेंसी के साथ-साथ डिलीवरी के बाद भी बहुत ज़रूरी होती है। ऐसा हो सकता है कि बच्चा आने के बाद आपका आप खुद पर उतना ध्यान न दे पाएं। लेकिन डिलीवरी के बाद महिला भी लगभग उतनी ही असुरक्षित होती है, जितनी तब होती है जब वह गर्भवती थी और उसे अच्छी देखभाल और पौष्टिक आहार की आवश्यकता होती है। 

प्रेग्नेंसी के सफर में मां कई शारीरिक, हार्मोनल और मानसिक परिवर्तनों से गुजरती है, जिसका असर उनके स्वास्थ्य पर पड़ता है। डिलीवरी के बाद मां का शरीर काफी कमज़ोर होता है और बच्चे का जन्म के बाद इम्यून सिस्टम बहुत ज्यादा मजबूत नहीं होता है। यही कारण है कि मां को डिलीवरी के बाद अपनी सेहत का खास तौर पर ध्यान देना चाहिए। नवजात शिशु मां के दूध पर ही निर्भर होता है, ऐसे में बहुत ज़रूरी है कि बच्चे के लिए मां का पर्याप्त दूध बने। 

आपने सुना होगा कि नई माताओं को ताकत और पोषण के लिए बच्चे के जन्म के बाद पहले चालीस दिनों के दौरान कुछ खाद्य पदार्थ दिए जाते हैं, जिनमें से काफी खास है ड्राईफ्रट के लड्डू। आज इस ब्लॉग में, हम इन खास और हेल्दी लड्डू की रेसिपी के बारे में जानेंगे।

ingredients for dry fruit laddoo

ड्राईफ्रट के लड्डू बनाने के लिए आपको चाहिए: 

  • काजू (एक कटोरी)
  • बादाम (एक कटोरी)
  • पिस्ता (एक कटोरी)
  • खजूर (एक कटोरी)
  • अलसी (100 ग्राम) 
  • मखाना (दो कटोरी)
  • अखरोट (एक कटोरी)
  • गोंद (एक कटोरी)
  • खसखस (50 ग्राम) 
  • सौंठ का पाउडर (दो चम्मच)
  • अजवाइन (दो चम्मच)
  • गुड़ एक कटोरी (चाश्नी के लिये)
  • घी

लड्डू बनाने की विधि

  • सबसे पहले सभी ड्राई फ्रूट्स को बारीक काट लें, या फिर उन्हें मिक्सी में दरदरा पीस भी सकते हैं।

  • सभी को काटने के बाद घी में हल्का-सा फ्राई कर लें, आप सबसे पहले गोंद को फ्राई करें, घी में डालते ही एक से दो मिनट के अंदर गोंद हल्का भूरा होने पर बाहर निकाल दें।

  • इसके बाद आप मखानों को हल्का सा घी में रोस्ट करें।

  • इसी तरह से अलसी, अजवाइन, खसखस और सौंठ को भी अलग-अलग रोस्ट करें।

  • अंत में, आप बारी के कटे हुए ड्राई फ्रूट्स को एक साथ घी में फ्राई कर सकते हैं।

  • अब कढ़ाई में 1 टेबल स्पून घी डालिये और गर्म होने पर इसमें गुड़ डालें और तब तक हिलाएं जब तक गुड़ पिघल न जाए और उसमें बुलबुले न दिखने लगें। इस पिघले हुए गुड़ को इस मिक्चर में डालें।

  • अब फ्राई की गई सारी सामग्री को एक बड़े बर्तन में मिला लें और आपस में इन्हें बड़े चम्मच या हाथ की मदद से अच्छे से मिक्स करें।
  • आप हथेलियों पर घी लगाएं और गोल आकार में एक-एक करके लड्डू बनाएं।

  • लीजिए, तैयार हैं आपके ड्राईफ्रट के लड्डूड्राईफ्रट के लड्डू। आप इन्हें करीब एक महीने तक एक एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करके रख सकते हैं।

ये लड्डू जोड़ों में लुब्रीकेंट बढ़ाने में मदद करते हैं और पीठ दर्द के साथ-साथ अन्य जोड़ों के दर्द को भी कम करते हैं। इसे ब्रेस्टफीड कराने वाली माताओं को उनके शरीर के पोषण के लिए लेने की सलाह दी जाती है। यह फैट और फाइबर से भरपूर है और जिससे ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली माताओं को उनका इम्यून सिस्टम बढ़ाने के लिए दिया जा सकता है।

ड्राईफ्रट के लड्डू के फायदे 

  • एक मां प्रेग्नेंसी के दौरान काफी कुछ झेलती है, जिसके बाद उसे बच्चे को नियमित रूप से ब्रेस्टफीड कराना होता है। ऐसे में, मां को थकान और चक्कर आना आम है। इसलिए, उन्हें एनर्जी वाले खाद्य पदार्थ खाने की आवश्यकता होती है। जिसके लिए ये ड्राईफ्रट के लड्डू बहुत ज़रूरी है। 
  • ड्राईफ्रट के लड्डू नई माताओं या ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाओं के स्वस्थ शरीर बनाए रखने और अपने नवजात शिशुओं को किसी भी संक्रमण या बीमारी से बचाने में काफी मदद करते हैं।
  • डिलीवरी के बाद बच्चे की देखभाल में मां अपना ख्याल नहीं रख पाती है। जिससे उन्हें हमेशा पीठ, गर्दन और जोड़ों के साथ-साथ पूरे शरीर में दर्द होता है। इन दर्दों से छुटकारा पाने में ड्राईफ्रट के लड्डू काफी मददगार होते हैं।
  • शिशु के जन्म के बाद मा का डायजेस्टिव सिस्टम सही तरह से काम नहीं करता है। लड्डूओं में मौजूद गोंद कब्ज सहित पाचन संबंधी समस्याओं के इलाज में सहायक होते हैं।
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